जबलपुर संभाग के जिले और तहसील – पूरी जानकारी

जबलपुर संभाग के जिले और तहसील

ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण – मध्य प्रदेश के केंद्र में स्थित जबलपुर संभाग ऐतिहासिक महत्व के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत और प्रशासनिक प्रभाव के कारण भी खास है। प्रशासनिक रूप से महत्वपूर्ण केंद्र होने के अलावा, यह क्षेत्र व्यापार और पर्यटन के लिए भी प्रसिद्ध है।

जबलपुर संभाग का परिचय – जबलपुर संभाग कई अन्य संभागों से लगता है और राज्य के मध्य-पूर्वी भाग में है। प्राकृतिक सौंदर्य, घने जंगलों, नदियों और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए यह क्षेत्र जाना जाता है। यहाँ की प्रशासनिक व्यवस्था इतनी सुव्यवस्थित है कि इसे राज्य के सबसे बड़े संभागों में गिना जाता है।

जबलपुर संभाग के जिले और तहसील

जबलपुर संभाग के जिले और तहसील

वर्तमान में, यह मध्य प्रदेश का प्रमुख क्षेत्र छह जिलों में बंटा हुआ है। ऐतिहासिक, आर्थिक और सामाजिक महत्व के लिए ये जिले जाना जाता है। इनके बारे में अधिक जानें:

1.जबलपुर जिलातहसील: जबलपुर, पाटन, कटंगी, शाहपुरा, सिहोरा, कुंडम, पनागर, मझौली

विशेषता – यह पर्यटन, शिक्षा और संभागीय मुख्यालय है। यहाँ के प्रमुख आकर्षण हैं भेड़ाघाट, धुआँधार जलप्रपात और मदलमहल किला।

2.कटनी जिलातहसील: कटनी, ढीमरखेड़ा, विजयराघवगढ़, बहोरीबंद, बड़वारा, रीठी

विशेषता – खनिज संपदा की भरमार के कारण कटनी को “मिनरल सिटी” कहा जाता है। यह भी एक औद्योगिक जिला है।

3.नरसिंहपुर जिलातहसील: नरसिंहपुर, गाडरवारा, करेली, साईंखेड़ा, गोटेगांव

विशेषता – यह क्षेत्र कृषि पर आधारित है और इसकी उपजाऊ जमीन इसे एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पादक क्षेत्र बनाती है। यहाँ की नर्मदा नदी सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखती है।

4.छिंदवाड़ा जिलातहसील: छिंदवाड़ा, परासिया, सौंसर, अमरवाड़ा, चौरई, मोहखेड़, हर्रई, बिछुआ

विशेषता – सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला, आदिवासी संस्कृति और घनी वन संपदा इस जिले की पहचान हैं।

5.सिवनी जिलातहसील: सिवनी, केवलारी, बरघाट, घंसौर, लखनादौन, कुरई

विशेषता – यह जिला पर्यटकों को अपने प्रसिद्ध ‘पेंच राष्ट्रीय उद्यान’ से आकर्षित करता है।

6.मंडला जिलातहसील – मंडला, बिछिया, निवास, नैनपुर, घुघरी

विशेषता – यहाँ की गोंड जनजातीय संस्कृति और कंचना घाटी इसे अलग करती हैं।

जबलपुर संभाग की प्रशासनिक व्यवस्था – प्रत्येक जिले में जबलपुर संभाग का एक कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक नियुक्त होते हैं, जो प्रशासनिक कार्यों को देखते हैं। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लॉक स्तर और तहसीलदार प्रशासनिक प्रणाली को व्यवस्थित रखते हैं।

सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर

जबलपुर संभाग का ऐतिहासिक महत्व बहुत पुराना है। यह क्षेत्र विभिन्न राजवंशों के शासन में रहा है, जिसमें मराठा, गोंड और ब्रिटिश शासन प्रमुख हैं। यहाँ की स्थापत्य कला और धार्मिक स्थल इसे ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाते हैं।

पर्यटन स्थल और प्राकृतिक सौंदर्यभेड़ाघाट और धुआँधार जलप्रपात – संगमरमर की चट्टानों और नर्मदा नदी के लिए जबलपुर प्रसिद्ध है।

पेंच नेशनल पार्क (सिवनी) – वन्यजीव प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। मड़ई (छिंदवाड़ा) – प्राकृतिक प्रेमियों के लिए एक सुंदर पर्यटन स्थल है।

“जबलपुर संभाग के जिले और तहसील”

यह क्षेत्र की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और राजनीतिक विभाजनों को भी दर्शाता है। यह क्षेत्र अपने प्राकृतिक संसाधनों, सांस्कृतिक धरोहरों और प्रशासनिक महत्व के कारण मध्य प्रदेश का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह मध्य प्रदेश का गौरवशाली क्षेत्र है क्योंकि इसकी विविधता इसे अलग पहचान देती है।

जबलपुर संभाग का इतिहास

#जबलपुर संभाग का इतिहास बहुत पुराना है। यह कभी महाकौशल क्षेत्र था और कई राजवंशों का केंद्र था।

जबलपुर ने गोंड राजाओं से लेकर मराठा शासकों और फिर ब्रिटिश हुकूमत तक कई बड़े ऐतिहासिक घटनाओं को देखा है।

प्राचीन काल – पुराने भारतीय ग्रंथों में जबलपुर का उल्लेख है। कलचुरी राजवंश की राजधानी कभी त्रिपुरी कहलाती थी।

नर्मदा नदी के किनारे होने के कारण यह क्षेत्र बहुत सांस्कृतिक और व्यापारिक संपन्न था।

मध्यकालीन इतिहासगोंड राजवंश (14वीं-18वीं शताब्दी)

गोंड शासकों ने पहले जबलपुर पर प्रभाव डाला था। गोंड राजा संग्राम शाह ने यहाँ 52 गढ़ बनाए थे।

मराठा शासन (18वीं शताब्दी) – गोंड शासकों के बाद मराठों ने इस क्षेत्र को नियंत्रित किया।

जबलपुर को मराठाओं ने अपनी सैन्य गतिविधियों का केंद्र बनाया।

ब्रिटिश काल

1817 में जबलपुर को अंग्रेजों ने कब्जा कर लिया, जो इसे मध्य भारत का प्रमुख प्रशासनिक केंद्र बनाया। 1864 में इसे एक महत्वपूर्ण छावनी बनाया गया था। इस दौरान यहाँ बहुत सी आधुनिक इमारतों और प्रशासनिक संस्थानों का निर्माण हुआ।

स्वतंत्रता संग्राम और आधुनिक जबलपुर

Jabalpur स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है। 1857 की क्रांति में यहाँ एक क्रांतिकारी क्रांति हुई।
स्वतंत्रता के बाद जबलपुर जिला मध्य प्रदेश का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक और प्रशासनिक केंद्र बन गया।
आज जबलपुर संभाग प्रशासनिक महत्व, प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है।

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